प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY): प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) का उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म व्यवसायों को आर्थिक सहायता प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ने में मदद करना है। यह योजना, जिसे “फंडिंग द अनफंडेड” (अर्थात बिना वित्तीय सहायता वाले लोगों को सहायता देना) का नाम दिया गया है, अब पहले से भी अधिक लाभकारी हो गई है। हाल ही में सरकार ने इसमें कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जिसमें 20 लाख रुपये तक के ऋण की सीमा को बढ़ाया गया है और नए “तरुण प्लस” कैटेगरी को जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण की नई श्रेणियाँ
श्रेणी | ऋण की सीमा | किसके लिए फायदेमंद |
---|---|---|
शिशु | ₹50,000 तक | नए या छोटे उद्यम |
किशोर | ₹50,000 से ₹5 लाख | थोड़े बड़े व स्थिर व्यवसाय |
तरुण | ₹5 लाख से ₹10 लाख | बढ़ते व्यवसाय |
तरुण प्लस | ₹10 लाख से ₹20 लाख | अधिक विकसित उद्यम |
मुख्य बिंदु
- नवीनतम वृद्धि: अब 20 लाख रुपये तक का ऋण लिया जा सकता है।
- उद्देश्य: छोटे व्यवसायों को आगे बढ़ाना और उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- बिना कोलैटरल के ऋण: बिना गारंटी के ऋण उपलब्ध कराना।
- लक्ष्य समूह: गैर-कृषि, गैर-कॉर्पोरेट, सूक्ष्म एवं छोटे उद्यम।
- क्रेडिट गारंटी: 20 लाख रुपये तक के ऋण के लिए विशेष गारंटी सुविधा उपलब्ध।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना क्या है?
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) की शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। इसका उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म व्यापारों को आसान और गारंटी रहित ऋण प्रदान करना है ताकि वे अपने व्यापार को बढ़ा सकें। इस योजना के अंतर्गत शिशु, किशोर, तरुण, और अब तरुण प्लस जैसी श्रेणियाँ दी गई हैं, जो व्यवसाय की प्रगति के अनुसार ऋण सीमा निर्धारित करती हैं।
श्रेणियों का विवरण:
- शिशु: नए छोटे व्यापारों के लिए ₹50,000 तक का ऋण।
- किशोर: स्थापित व्यापारों के लिए ₹5 लाख तक का ऋण।
- तरुण: विकसित व्यापारों के लिए ₹10 लाख तक का ऋण।
- तरुण प्लस: उन उद्यमों के लिए जिनकी विकास क्षमता अधिक है, ₹20 लाख तक का ऋण।
तरुण प्लस श्रेणी क्या है?
सरकार ने ‘तरुण प्लस’ श्रेणी बनाई है ताकि जिन उद्यमियों ने अपने पहले तरुण ऋण का भुगतान किया है, उन्हें अधिक धनराशि मिल सके। इस योजना के तहत, 10 लाख से 20 लाख रुपये तक का ऋण मिलता है और इसके लिए क्रेडिट गारंटी फंड फॉर माइक्रो यूनिट्स (CGFMU) से गारंटी भी उपलब्ध होती है।
मुद्रा योजना की प्रक्रिया
PMMY के तहत ऋण बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs), और माइक्रो फाइनेंस संस्थानों (MFIs) के माध्यम से प्रदान किए जाते हैं। ये सभी वित्तीय संस्थान मुद्रा योजना के सदस्य होते हैं, जो छोटे और सूक्ष्म व्यापारों को उनकी जरूरतों के अनुसार ऋण देते हैं।
ऋण के लाभ
- कम ब्याज दर: मुद्रा योजना के तहत ऋण पर ब्याज दर बहुत कम होती है।
- कोलैटरल रहित ऋण: इस योजना में बिना किसी गारंटी के ऋण दिया जाता है।
- आसान आवेदन प्रक्रिया: यह ऋण विभिन्न वित्तीय संस्थानों से आसानी से मिल सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: इस योजना का उद्देश्य छोटे और सूक्ष्म व्यापारों को बिना गारंटी के ऋण देकर उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपने व्यापार को बढ़ा सकें।
प्रश्न 2: क्या मुद्रा योजना का लाभ हर कोई उठा सकता है?
उत्तर: मुद्रा योजना का लाभ वही लोग उठा सकते हैं जो गैर-कृषि और गैर-कॉर्पोरेट सूक्ष्म और छोटे व्यवसाय में हैं।
प्रश्न 3: मुद्रा योजना में ब्याज दर क्या है?
उत्तर: यह ब्याज दर वित्तीय संस्थान द्वारा तय होती है, लेकिन सरकारी सहायता के कारण यह अन्य ऋणों से कम होती है।
प्रश्न 4: तरुण प्लस श्रेणी के लिए कौन पात्र है?
उत्तर: तरुण प्लस श्रेणी उन्हीं उद्यमियों के लिए है जिन्होंने अपने तरुण ऋण को सफलतापूर्वक चुकाया हो।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY): निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने लाखों उद्यमियों को आसान और सुलभ ऋण सुविधा देकर उनके व्यवसाय को आगे बढ़ने का मौका दिया है। नई तरुण प्लस श्रेणी और बढ़ाई गई ऋण सीमा से निश्चित ही और भी लोग इस योजना का लाभ उठा पाएंगे और भारतीय उद्यमिता का विकास होगा।

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